-परशुराम-

https://bhumiharmantra.blogspot.in/2016/10/17.html
सेनारी गाँव का बंद पड़ा मंदिर, भगवान भी जीर्णोद्धार के आस में 

भू-मंत्र की खबर का असर, सेनारी के मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर फैली जागरूकता

आपको याद होगा कि हमने दीपावली पर सेनारी गाँव के सत्रह साल से बंद मंदिर पर एक स्टोरी की थी और कहा था कि मनोबल का एक दीया वहां भी जलना चाहिए. उस बात को भू-समाज ने गंभीरता से लिया है और इसी संदर्भ में दिल्ली एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें भू-समाज के कई प्रतिष्ठित लोगों ने हिस्सा लिया. 
बैठक में सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया कि सेनारी गाँव के उस मंदिर का जल्द-से-जल्द जीर्णोद्धार किया जाए जिसमें सत्रह साल पहले भू-किसानों की नृशंस ह्त्या की गयी थी. बैठक में ये सहमति बनी कि इस संबंध में भू-नेताओं से बातचीत की जाए और उन्हें इस दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया जाए. 
अब देखने वाली बात है कि भू-समाज के कौन से नेता अपने ज़मीर की आवाज़ सुनकर सबसे पहले मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए आगे आते हैं. यदि मंदिर का जीर्णोद्धार हो गया तो भगवान परशुराम के आशीर्वाद के साथ – साथ उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा. जय जवान – जय किसान.

ज़मीन से ज़मीन की बात – भू-मंत्र