कहाँ गए वो दिन और कहाँ गये वैसे पदाधिकारी: श्री अभयानंद...
-श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर-30)
कहाँ गए वो दिन?
वाकया 30 वर्ष पूर्व का है। लोक सभा के आम चुनाव हो रहे थे. एक...
दिनेश्वर (सूर्य) का दिवंगत (स्वःलोक गमन) होना एक आत्मसंवेदना दे गया:...
दिनेश्वर (सूर्य) का दिवंगत (स्वःलोक गमन) होना एक आत्मसंवेदना दे गया। मगध के धराधाम में अवतरित विक्रमादित्यवंशी इस अधिकारी का चरित्र अनुपमेय व्याकरणसूत्र पर...
बैकुंठ शुक्ल की शहादत को नमन , गद्दारों से लिया था...
भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में एक से बढ़कर क्रांतिकारी हुए हैं जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने आप को कुर्बान कर दिया. ऐसे...
हिंदी पत्रकारिता के महानायक ‘रामबहादुर राय’ जिन्होंने पत्रकारिता के लिए राजनीति...
समकालीन हिंदी पत्रकारिता में वर्तमान समय में रामबहादुर राय से बड़ा नाम शायद ही कोई हो । दूसरे
शब्दों में आप कह सकते हैं...
अकारण क्रोधित नहीं होते भगवान परशुराम, अधर्म के नाश के लिए...
धर्म की जब-जब हानि होगी तब-तब अवतरित होते रहेंगे भगवान् परशुराम
भगवान परशुराम की जयंती (अक्षय तृतीया, अप्रैल 2020 पर विशेष) : पृथ्वी पर जब-जब...
बिहार में कोरोना वायरस का बढ़ता संकट, मरीजों की संख्या 3,185...
प्रवासी मजदूरों के बिहार लौटने से कोरोनावायरस के मामले में तेजी से इजाफा हो रहा है। गुरुवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 149...
शाही लीची की ऑनलाइन डिलीवरी करेगा डाक विभाग
भारत सरकार के डाक विभाग और बिहार सरकार के बागवानी विभाग ने लोगों के दरवाजों तक ‘शाही लीची’ और ‘जर्दालु आम’ की आपूर्ति करने...
घर बैठे मुजफ्फरपुर की शाही लीची और जर्दालू आम का लुत्फ़...
कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से व्यापार का तरीका भी बदल गया है। ग्रॉसरी के सामान के अलावा अब मौसमी फलों के होम...
समाज के कालनेमियों से बचते हुए बिहार में सामूहिक खेती करने...
देश के हरेक राज्य से आज बिहार के लिए मानव श्रृंखला बन गयी है. अब सवाल उठता है कि अप्रवासी मजदूर के रूप में...
आज है श्रावण मास की पूर्णिमा- तिथि एक – त्यौहार तीन
आस्था की सनातन परंपरा में वैसे तो वर्ष के सभी 12 महीनों के अपने-अपने महत्व हैं। लेकिन श्रावण मास जिसे बोलचाल में सावन महीना...
बिहार विधान सभा में अगला पांच साल, उगता सूरज या डूबता...
-डॉक्टर मनीष कुमार(प्रसिद्ध नयूरो सर्जन)
2020 बिहार विधान सभा में दलगत स्थिति और अगला पांच साल - उगता सूरज? या डूबता सूरज? या घुप अंधेरी...
चुनाव में प्रश्न पत्र कठिन और मार्किंग स्कीम कड़े होने से...
बिहार की जनता कठिन प्रश्न पत्र सेट करने के लिए बधाई की पात्र है। आगे भी राजनीतिज्ञों को परीक्षा के एक दिन पूर्व संध्या...
सरकार और सदन पर लगातार अपने विधायक के माध्यम से नज़र...
-श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर 30)
चुनाव का शोर थम गया, लेकिन ज़िन्दगी की दौड़, ख़ासकर गरीब और मजदूर वर्ग के लिए, न...