shazi zama
‘ऑपरेशन भूमिहार’ हिंदी समाचार चैनल एबीपी न्यूज़ की पीत पत्रकारिता का नमूना था जिसे उसके एंकर अभिसार शर्मा ने भले अंजाम दिया हो, लेकिन इसका असली मुजरिम कोई और था. अब इसे भूमिहारों का प्रताप कहिए या फिर कुदरत का कानून कि ‘ऑपरेशन भूमिहार’ नामकरण वाले का ही ‘ऑपरेशन’ हो गया और वर्षों की जमी जमाई नौकरी चली गयी. 
दरअसल हम बात कर रहे हैं एबीपी न्यूज़ के पूर्व संपादक ‘शाजी ज़मा’ की. एबीपी न्यूज़ पर जब ‘ऑपरेशन भूमिहार’ चली थी तब चैनल के मुख्य संपादक ‘शाजी ज़मा’ ही थे और उस रिपोर्ट का नामकरण उन्होंने ही किया था. इस तरह के नामकरण में वे माहिर हैं और उनके सिवाए ‘ऑपरेशन भूमिहार’ नाम कोई और रख ही नहीं सकता. यदि रखा भी तो शाजी ज़मा के अप्रूवल के बिना चल भी नहीं सकती थी. 
शाजी खुद बिहार के हैं और नाम से पता तो चल ही रहा है कि मुसलमान हैं तो भूमिहारों को लेकर कोई पुरानी खुंदक इस नाम के बहाने निकाल ली और समुदाय को अपनी यथाशक्ति बदनाम करने की कुचेष्टा भी कर ली.लेकिन आपको ये बताते चले कि शाजी ज़मा को स्टार इंडिया के इंडिया हेड और भूमिहार ब्राहमण समाज की शान उदय शंकर का वरदहस्त प्राप्त है.वही शाजी ज़मा को स्टार न्यूज़ (बाद में एबीपी न्यूज़) का प्रमुख बनाकर लाये थे.लेकिन भूमिहार का फेवर पाकर भी वे भूमिहारों से वफ़ा न कर पाए. 
बहरहाल उस ऑपरेशन भूमिहार के बाद से ही शाजी ज़मा की दिन-दशा खराब हो गयी. पहले वे चैनल में रहते ही हाशिए पर डाल दिए गए और उनकी जगह मराठी मिलिंद खांडेकर को मिल गयी. अंततः अब एबीपी न्यूज़ से शाजी ज़मा की पूरी तरह से चैनल से छुट्टी हो गयी और इस बाबत आज कई मीडिया वेबसाइटों पर प्रमुखता से ये खबर छपी है.इस तरह से ऑपरेशन भूमिहार के असली मुजरिम की एबीपी न्यूज़ से छुट्टी हो गयी.

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