पूरे देश में एक दिल दहलाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक संत को पुलिस की मौजूदगी में भीड़ द्वारा लाठियों से मारा जा रहा है. दुबले – पतले और उम्रदराज संत को तबतक लाठियों से मारा जाता है जबतक कि उनकी जान नहीं निकल जाती है. घटना की जगह के बारे में बताया जा रहा है कि यह महाराष्ट्र के पालघर का है. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश फूट रहा है. हालांकि सरकार की तरफ से अबतक कोई बयान नहीं आया है. लेकिन अब कई बड़े टीवी पत्रकारों खुलकर लिखना शुरू कर दिया है और पुलिस को कटघरे में खडी कर रही है. अंजना कश्यप, रोहित सरदाना, दीपक चौरसिया, श्वेता सिंह आदि कई पत्रकारों ने इस निर्मम हत्या के खिलाफ मोर्चा खोला है. देखिये उनमें से कुछ ट्वीट –
भीड़तंत्र का ऐसा भयंकर रूप।पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं की निर्मम हत्या पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सख़्त कार्यवाई की माँग की है।कोरोना संकट के बीच भी लिंचिंग! इनको लाठी डंडों के साथ खून की प्यासी भीड़ के बीच क्यों छोड़ा गया? pic.twitter.com/fxbFFDlzmr
— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) April 19, 2020
हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे के राज्य में हिंदू संतों की मॉब लिंचिंग। सच में सवाल उठ सकता है कि क्या @OfficeofUT सेक्युलर हो गए ???? #Palghar_Incident #palgharlynching #JusticeForHinduSadhus
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) April 19, 2020
एक वृद्ध साधु वर्दी से उम्मीद लगाए पीछे छिपे। तो उसने खुद उन्हें भीड़ को सौंप दिया! ‘चोर समझकर’ मारने वाली पूरी रिपोर्ट मनगढ़ंत दिख रही है। ये विडियो तो प्रायोजित हत्या का है। https://t.co/HwnUymAE6L
— Sweta Singh (@SwetaSinghAT) April 19, 2020
#Palghar में जूनादस नाम अखाड़े के संत कल्पवृक्ष गिरि,उनके साथी संत और ड्राइवर को पुलिस की मौजूदगी में पीट-पीट कर मार डाला गया।इस वीडियो को देखने के बाद मॉब लिंचिंग और इन्टॉलरेंस को मुद्दा बनाने वाले क्या कहेंगे?सवाल ये भी है कि पुलिस ने उन्हें बचाने के लिए हवाई फायरिंग भी नहीं की pic.twitter.com/wZuX7libSG
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) April 19, 2020
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा की तरफ से भी महाराष्ट्र सरकार को ख़त लिखकर इस हत्याकांड पर कार्रवाई की मांग की गयी गयी है –