-डा अभिषेक रंजन (पूर्व वरीय चिकित्सक, एम्स )
जहानाबाद का चुनाव बेगूसराय से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि जहानाबाद न सिर्फ हमारे स्वंत्रत भविष्य की रूप रेखा तय करेगा बल्कि आनेवाले समय मे हमारे सामाजिक और राजनीतिक ताकत का भी मापदंड निर्धारित करेगा।
कोई दल कोई विचारधारा कभी इंसानियत से बढ़कर नही हो सकती, समाज के साथ खड़े होनेवाले नेता की आज हम सबको जरूरत है। संसद में जो हमारे आवाज़ हमारे कष्ट को बुलन्दी के साथ उठाये।
पढ़े लिखे लोग कम है राजनीति में, हर पल आम लोगो की मदद को आगे आनेवाले नेताऔर भी कम है।
इन सारे कसौटी पर डॉ अरुण कुमार एकदम खरे उतरते है।

न ही मैं उनका समर्थक हु न ही उनसे कभी मुलाकात हुई है, परन्तु उनके सहायता से दिल्ली आए हुए बिहार के मरीज़ों से , जहानाबाद के लोगो से, आम जनता से, अलग अलग जातियों में भी डॉ अरुण बेहद लोकप्रिय हैं। इसकी बानगी देखिए कि राष्ट्रीय दलों में बौखलाहट, हड़बड़ाहट, दुसरो क्षेत्रो से अलग अलग नेता बुलाने की होड़ भी है , ये सब भी बस एक स्वंत्रत उम्मीदवार को लेकर यानी सबको पता है हवा किसके तरफ है।
जातीय विनमेष जातीय भेद भाव न करनेवाले, पढ़े लिखे कर्मठ, मददगार नेता को अगर आज के समय हम समर्थन न दे तो हो सकता है कल कोई ईमानदार छवि का नेता राजनीति में कभी टीके ही न।
जब जरूरत हो जब कोई लाचार हो, अस्वस्थ हो, बेहद कमजोर हो, नाउम्मीद हो, उस समय जो व्यक्ति सर्वप्रथम इंसानियत धर्म निभाए वैसे व्यक्ति को हर हाल में इंसानियत हित मे, देश हित मे, समाज हित, मे पूर्ण समर्थन मिलना चाहये, ताकि उन्हें रिकॉर्ड मतों से जीताकर , हम सभी उनकी ईमानदारी और उनकी जिंदादिल इंसानियत को भी जीत दिलाये।
देश भर के भूमिहार ब्राह्मण जहाँ भी है सभी ऑनलाइन या offline हर तरीके से हर सम्भव मदद हर सम्भव जोड़ लगा दे डॉ अरुण हेतु, ये 2019 का अंतिम मुकाबला है, जोश बिल्कुल कम न हो. जय हिंद…