नीतीश सरकार कागजों पर सुशासन का चाहे कितना भी क्यों न राग अलाप ले, बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बद-से-बदतर होती जा रही है. अपराधियों की हिम्मत इतनी अधिक बढ़ गयी है कि वे दिन दहाड़े भी अपराध करने से नहीं चूकते. दूसरी तरफ बिहार सरकार के बड़े-बड़े नेता ट्विटर पर सरकार के सुशासन का राग अलापते अघाते नहीं. लेकिन वास्तविक हालात ये है कि बिहार के नागरिक अब अपने घरों के अंदर भी सुरक्षित नहीं है. ताजा मामला मोकामा जिले के हाथदीह थाना क्षेत्र के महेंद्रपुर गांव का है जहां कक्षा 9 की छात्रा ‘शिवानी’ को केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया गया. वारदात को अंजाम देने का आरोप मृतका के पड़ोस में रह रहे प्रदीप राज और उसके तीन दोस्तों पर लगाया गया है. इस घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने हाथदीह थाने का घेराव किया. उसके बाद हालात बिगड़ते देख कई थानों की पुलिस को मौके बुलाया गया. क्षेत्र में अब भी तनाव बना हुआ है. मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है.
मृतकों के परिजनों के मुताबिक़ सोमवार की रात को खाना खाकर सभी छत पर सो रहे थे और शिवानी ऊपर के कमरे में सो रही थी. सुबह करीब 3 बजे शिवानी के चिल्लाने की आवाज आई जब घर के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि शिवानी आग की लपटों से घिरी हुई है और इसी दौरान प्रदीप राज अपने तीन दोस्तों के साथ भागता हुआ नजर आया.किशोरी को मरांची स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. बेटी को बचाने की कोशिश में माँ भी झुलस गयी, हालाँकि अब वे खतरे से बाहर हैं. छात्र की मां ने हाथीदह थाने में प्रदीप राज उर्फ गोंगा सहित उसके तीन अन्य साथियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है. परिजनों के मुताबिक, आरोपितों ने कमरे में सो रही शिवानी पर पहले केरोसन छिड़का, फिर आग लगा दी.
आरोपित प्रदीप राज उर्फ गोंगा महेंद्रपुर निवासी स्व. कारू महतो का नाती है. काफी लंबे समय से वह पूरे परिवार के साथ अपने ननिहाल में ही रहता है. प्रदीप का पिता विनोद महतो भी यहीं रहकर मजदूरी करता है. घटना के बाद से प्रदीप और उसके साथी फरार हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद आरोपित के ननिहाल वाले घर का सारा सामान लेकर भाग गए. घटना के कारणों का फिलहाल पता नहीं चला है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.