दहेज एक सामाजिक कोढ़ है।लेकिन अब इसके खिलाफ समाज में जागरूकता आने लगी है।इसी का नमूना पेश किया है दिलीप कुमार मिश्रा और नूतन मिश्रा ने।उन्होंने अखिल भारतीय भूमिहार ब्राह्मण महासंघ के तत्वधान में आयोजित मकरसंक्रांति मिलन समारोह में अपने बेटे की शादी में दहेज न लेने की कसम खायी।इसपर वहां उपस्थित सभी सज्जनों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनके व्यक्तव्य का स्वागत किया।संगठन के महासचिव यूके शर्मा ने किसी समारोह में दंपति को सामूहिक सम्मान देने की घोषणा की ताकि समाज तक बेहतर संदेश जाए और दूसरे लोग भी दहेज प्रथा के खिलाफ खुलकर सामने आए।