-श्री अभयानंद(पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर-30)
10 तारीख़ के बाद सरकार और समाज के बीच एक नये समन्वय की आकृति दिखेगी। हमारा प्रयास होना चाहिए कि सरकार की संरचना के संदेशों में ज्यादा न पढ़ लें।
सरकार चलाना विधायकों द्वारा चुने गए मुख्य मंत्री का काम है।
परन्तु एक बार जब सरकार और सदन चलना शुरू हो जाए, तब अपने चुने हुए विधायक के माध्यम से सरकार और सदन की कार्यशैली पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण रखना होगा।
आपका सम्बन्ध आपके अपने विधायक से है। इस सम्बन्ध पर अपना आधिपत्य बनाए रखिए, न कि सरकार की गतिविधियों पर। सरकार की गतिविधियों को देखने के लिए न्यायपालिका है।
सशक्त विधायक, उस पर आम आदमी का भरोसा और उसके साथ समन्वय एक सुंदर प्रणाली को जन्म देगा।