छठ विशुद्ध प्रकृति पूजा है.फल-फूल और जल से ही पूजा की जाती है और सूर्यदेव उससे प्रसन्न भी हो जाते हैं.दुनिया में शायद ही ऐसा कोई पर्व हो, जिसमें प्रकृति को लेकर ऐसा दृष्टिकोण दिखाई देता हो.
लेकिन बदलते वक्त और छठ के विस्तार ने इसके रूप को थोड़ा बदला है. अब छठी मैया सेल्फी वाली हो गयी है. वो कठोर व्रत ही नहीं करती, अपने इस अवतार की सल्फी भी लेती हैं और हमें कहने पर मजबूर करती हैं कि सेल्फी वाली छठी मैया.
आप भी देखिये छठी मैया का सेल्फी अवतार. वैसे छठी मैया का ये अवतार भी किसी तरह से उस अवतार से कम अद्वतीय नहीं हैं. छठी मैया की जय हो.
(तस्वीर का स्रोत- विविध)