Governing Body of Bhumihar

प्रेस विज्ञप्ति-

पटना, 03 अक्टूबर। बिहार में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और सभी दल अपने-अपने तरीके से जनता को लुभाने की कवायद में जुट गये हैं। दलों द्वारा आपसी गठबंधन बनाने का खेल भी जोर-शोर से लेकिन बेहद गोपनीय तरीके से जारी है। वे किन मुद्दों पर तालमेल कर रहे हैं और जनता का उससे क्या हित सधने वाला है, इसका खुलासा वे नहीं कर रहे हैं , जबकि स्वस्थ लोकतंत्र में पारदर्शी प्रक्रिया का होना राजनीतिक दलों की पहली और अनिवार्य शर्त होनी चाहिए। इस कसौटी पर देखें तो बिहार के सारे दल ही सत्ता प्राप्ति के एक मात्र उद्देश्य से चुनाव मैदान में आ रहे हैं।

बिहार में आसन्न चुनाव को देखते हुए भूमिहार ब्राह्मण समाज ने भी अपने समाज और राज्यहित के लिए अपनी कुछ प्राथमिकताएं तय की है। भूमंत्र फाउंडेशन की पहल और प्रयासों से पिछले दिनों गठित भूमिहार ब्राह्मण समाज के मार्गदर्शक मंडल ने सर्वसम्मत प्रस्ताव लिया था कि हम इस चुनाव में अपनी सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी निभाएंगे, लेकिन वोट का विकल्प खुला रखेंगे। हम किसी खास जाति- पार्टी और गठबंधन को वोट देने की जगह क्षेत्रवार मुद्दा आधारित समर्थन देंगे।

भूमिहार ब्राह्मण समाज की कोशिश मुद्दों के आधार पर समाज को संगठित करना और दलों-प्रत्य़ाशियों को उस आधार पर बातचीत के लिए खुला आमंत्रण देना है। हम चाहते हैं कि जो दल या प्रत्याशी हमारे समाज के एकमुश्त वोट की अपेक्षा रखता है, उसे जनहित से जुड़ी हमारी कतिपय मांगों पर अपनी सहमति देनी होगी। उसे सार्वजनिक तौर पर आश्वस्त करना होगा कि हम भूमिहार समाज की ओर से रखे गये विकास के सवालों पर अपनी सहमति रखते हैं और चुनाव जीतने के बाद उसे पूरा करने का संकल्प व्यक्त करते हैं। ऐसा करने और कहने वाले दल और प्रत्याशी को ही हम इस बार के चुनाव में अपना वोट देने के लिए संकल्पित हुए हैं।

हमें कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि हमारी समस्याओं की लिस्ट बहुत लंबी और भारी भरकम नहीं है। हम क्षेत्र वार पंचायत स्तर की वैसी छोटी-मोटी जनहित से जुड़ी समस्याओं को प्रत्याशियों के सामने रखने जा रहे हैं, जिसे पूरा करने में उनको बहुत ज्यादा श्रम-शक्ति और संसाधन लगाने की जरुरत नहीं होगी। एक जागरुक समाज होने के नाते हम जनप्रतिनिधियों के दायरे और बिहार की वित्तीय स्थिति से भलीभांति अवगत हैं। हमारा समाज सदियों से विकास का वाहक रहा है और लोकतंत्र के इस पर्व में भी हम उसी भावना और विश्वास से अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं। अंतर केवल इतना है कि भूमिहार समाज अब किसी दल या गठबंधन का पिछलग्गू बनकर नहीं रहना चाहता। हम सत्ता में अपनी सामाजिक- राजनीतिक भागीदारी से इतर विकास परक राजनीति के माहौल को विकसित करने की संस्कृति के पक्षधर हैं और इस चुनाव में इसका प्रकटीकरण करना चाहते हैं।

एक आग्रह होगा उन सज्जनो से जिन्होंने अपने आपको मुख्यमंत्री बिहार पद के लिए नामित किया है की वे जनता के समक्ष अपना शैडो कैबिनेट, मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक का नाम भी सार्वजनिक रूप से घोषित करें.

भूमिहार ब्राह्मण समाज का केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल (गवर्निग बॉडी)

श्री अभयानंद, पूर्व डीजीपी , बिहार (संस्थापक- सुपर 30)

कर्नल (रिटा) श्री ए के सिंह (संस्थापक, रुबन हॉस्पिटल समूह, पटना)

श्री अरबिंद सिंह (शिक्षाविद, दिल्ली)

डॉ. श्री देव कुमार पुखराज (वरिष्ठ पत्रकार)

डॉ. मनीष कुमार (न्यूरो-सर्जन, अपोलो)

श्री अदिति नंदन( फ़ाउंडर आमत्य मीडिया)

कर्नल(रिटायर) श्री मुक्तेश्वर प्रसाद

श्री हिमांशु राय, डायरेक्टर, आईआईएम, इंदौर

श्री सुधीर प्रधान (समाज सेवी)

कृषिरत्न श्री अभिषेक कुमार

कर्नल (रिटायर) श्री विद्या शर्मा

श्रीमती इंदिरा राय (समाजसेवी, हैदराबाद)

श्री निर्मल कुमार (फ़ाउंडर एंड MD निर्मल ग्रूप G-Auto, अहमदाबाद)

श्री कुणाल सिन्हा(वाईस प्रेजिडेंट, विप्रो)

श्री प्रशांत कश्यप ( ब्रांड एंड स्ट्रैटेजी, जागरण ग्रूप )

श्री अभिषेक शर्मा (अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट )

श्री गोपाल जी राय (सहायक निर्देशक, DAVP भारत सरकार)

विकास परक मांगों की एक सूची को सैंपल के तौर पर हम इस प्रेस विज्ञप्ति के साथ संलग्न कर रहे हैं।

भवदीय

भूमंत्र फाउंडेशन, मार्गदर्शन मंडल के सदस्यों की सहमति से

संपर्क सूत्र-8800543189

 

 

विधानसभा क्षेत्र और संबंधिंत विधानसभा क्षेत्र में  भूमिहार-ब्राह्मण समाज की समस्याएँ

  1. बेलागंज विधानसभा

a शिवरामपुर-धनावाँ-सकिरबीघा  सड़क का निर्माण

b अग्नि-बेरहपुरा-मानिकपूर धनावाँ-सकिरबीघा  सड़क का निर्माण

 

१ कोई ढंग का उच्च शिक्षण संस्थान नही

३ पूरे दक्षिणी पाईबिगहा पंचायत मे सडक नही , सोनवर्षा मंझार नेमा बिगहा मोहनपुर जैसे गाँव बरसात मे मुख्य सडक से बिल्कुल अलग थलग पड जाते हैं।

४ कोइ अच्छा अस्पताल नही पूरे विधानसभा मे जिसमे २० लोग एडमिट हो सकें, पश्चिमी क्षेत्र मे तो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक नही है।

५ कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था मे कृषि उद्योग तो उद्योग ढंग का बाजार तक नदारद है , किसान उत्पाद बेचे तो कहाँ बेचे ? किराना दुकान गोला ढैया कहाँ ? इस क्षेत्र मे तो गोला भी गिना चुना है जिनकी मनमानी चलती है।

६ विद्यालय के नाम पर जर्जर भवन हैं पर शिक्षक नदारद। दक्षिणी पाई बिगहा पंचायत मे आज तक एक हाई स्कूल नऽ है , यहाँ से ३ किमी दूर पाईबिगहा मे हाईस्कूल है इस पंचायत में, सडक ऐसी नारकीय कि बरसात मे आम आदमी न चल सकते तो ११-१२ साल के बच्चे कैसे पढने जाते होंगे अनुमान स्वयं लगा ले।

2. मोकामा विधानसभा

मोकामा बडहिया टाल में नहर परियोजना कब से लंबित है. कल कारखाने जैसे, भारत वैगन, बाटी, सुत मिल, FCI, Bazaar Samiti, Fertilizer सब के सब धुल फॉक रहा है.

  1. अस्पताल का अभाव
  2. ताल परियोजना पे कोई ध्यान नहीं
  3. भारत वैगन बंद
  4. गंगा उद्वभव से मोकामा का विनाश
  5. कल कारखाना बंद
  6. रोजगार का अभाव
  7. सड़के तालाब में तब्दील

ऐसे बहुत उदाहरण है

मोकामा विधानसभा

१. यहां की सबसे बड़ी समस्या मोकामा बरहिया टाल की समस्या है जिसमें एक फसल दलहन का होता है लेकिन जल निकासी के रास्ते बंद हो जाने के कारण टाल का पानी समय से नहीं निकल पाने से समय से बुआई नहीं हो पाता है जिससे यहां के किसानों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है

२. मोकामा विधानसभा अन्तर्गत मरांची ग्राम का उत्तरी पंचायत जहा का ग्रामीण सरक की  हालत काफी बदतर  है

नाली तो है लेकिन किसी काम का नहीं है बरसात में पानी नाली से नहीं नाली के उपर सरक से जाता है और बरसात में नाली से पानी बाहर नहीं बल्कि घर के अंदर जाता है

Gawn के बीच में जो गड्ढे थे उसका निकास नहीं रहने के कारण वो भरकर उसका पानी घर के अंदर आ जाता है

नाली बना भी है तो कोई सिस्टम से नहीं बनाया गया है जिससे पानी का निकास नहीं पता है सिर्फ बिल निकालने के लिए खानापूर्ति कर दिया गया है

और v बहुत सारी समस्या है

जिनका निराकरण का सिर्फ आश्वासन मिलता है लेकिन निराकरण नहीं हो पाता है

हमारे मुंगेर संसद महोदय तो सिर्फ उसी का काम करेंगे जहा से उनको  वोट मिला   है बाकी से तो उनको कोई मतलब ही नहीं है

3 बड़हिया लखिसराय विधान-सभा

Barhiya,Mokama healthservices me 18th century me pahunch gaye hain

 

4 वरसलीगंज – 239

1-Govt Hospital, Warsliganj totally fail

2-Chakwai panchayat me Dhanbigha-Gospur nahar me kucch salo se thik se pani nhi aata h.

3- Gaon ka entry road nala bana huaa h. Naliya h hi nhi

4- Warsliganj chini mill

 

 

11 Point Charter of demands for Warisaliganj constituency from State/central government:

 

  1. Improve health care facilities in Referral Hospital.
  2. Improve sewage system of the town.
  3. Take urgent measures to remove filth accumulated near railway station.
  4. Open medical college & hospital on sugar mill land or new agro based industry.
  5. Install statue of Sri Krishna Singh (Sri Babu) near thana chowk and construct community hall and sri Babu Memorial public library.
  6. Shifting of bus stand and vegetables market in bypass to ease traffic movement in the town.

7.Open polytechnic & engineering college.

  1. Make Warisaliganj a new subdivision.
  2. Link Warisaliganj to Biharsharif through railway line.
  3. Make indoor stadium & athletic stadium near the town.
  4. Conservation of Afsarh & Parvati sites by AS

5  पारू 97

Paroo 97 ke ambara tej singh panchayat me nahar me kabhi pani nahi aaya . Hamlogo ke kuchh gao me aaj v road sahi nahi hai farmer ke liye koi sarkari star par kharid kendra nahi hai

 

  1. अजगाओं 195

1.Jaam ki samasya ara-sahar road hamesha jaam hi raheta hai

2.road ki khasta halat

3.siksha ke naam par koi degree college nahi

4.koi prathmik upchar kendra nahi ya koi hospital bhi nahi vidhansabha chetra me

5.nal jal yojana ki karya charam seema pr

6.khet tak pani nahi pahuch pata

 

7 बोचानन विधानसभा 

kshetra se hun mere bidhan sabha ki samasya jatil hai 50 years se yah reserve seat hai

Jabki niyamath 10 sal me rotate hona chahiye

 

  1. बिक्रम विधानसभा    क्षेत्र में नौबतपुर लख पर बहुत जाम लगता है।

 

  1. अतरी विधानसभा सभा (गया)पचलख गाँव हैं यहाँ प्राथमिक विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में है और् ग्रामीण सङक भी खराब हो गया है

 

  1. दाना पुर विधान सभा क्षेत्र के मोहल्ला में न रोड का निर्माण हुआ न नाली का निर्माण किया गया हमारे क्षेत्र केविधायका जितने के बाद पांच साल नजर नहीं आती है

 

  1. मुज़फ़्फ़रपुर

मेरे क्षेत्रा से जो विधायक हैं वो स्वजतीय हैं और हमलोग आज तक सिर्फ जाती और पार्टी के नाम पर वोट देते आय लेकिन कब तक ऐसा चलेगा म़ैं मुजफ्फरपुर शहर की बात कर रहा हुँ शर्मा जी को सिर्फ अपने बिजनेस और चंद्रवंशियों की चिँता रहती है बाकी लोग और शहर गया भाड़ में ॥ उनका सोंच आज तक यही दिखाता है की भूमिहार समाज बन का गीद्दर जाएगा किधर, लेकिन इस बार उनका ये भ्रम भी शायद टूट न जाय क्योंकी उनमें खुद में कोई काबलियत तो हैं नहीं? शायद पार्टी के नाम पर वोट मिल जाय तो गनीमत है आज के तारीख में शहर में न तो कोई मास्टर प्लान है और ना ही कोई प्रशासनिक व्यवस्था है बारिश रहता है नेपाल में तब तक यहा शहर डूब जाता है दिन में 10 बजे के बाद टाउन में जाना हो तो वहां से निकलने में 1 घन्टा लगता हैं

 

मुजफ्फरपुर मे जल जमाव ,यातायात, और अपराधियों की समस्या सबसे बड़ी समस्या है जो आज तक ठीक नहीं हो पाया है।

 

 

इस पर माननीय विधायक, सासंद, मंत्री…. को ठोस, प्रभावी और स्थायी समाधान खोजना चाहिए।

मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र की मुख्य समस्याएं निम्न प्रकार हैं

  1. पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज का उचित प्रबंध नहीं होने से पूरे शहर में जल जमाव है और नालियां अवरुद्ध है इसलिए बड़े पैमाने पर ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था।

2.स्मार्ट सिटी की सूची में आने के बाद भी कमीशन के फेर में सारे टेंडर लंबित पड़े हुए हैं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का कोई भी काम शुरू नहीं हो सका है उसे जल्द शुरू कराया जाए।

  1. समय से कूड़े कचरे के उठाव की व्यवस्था, कचरा प्रबंधन।

4.मच्छर से मुक्ति के लिए नियमित हो गई एवं दवा का छिड़काव।

  1. 80 के दशक में पताही हवाई अड्डा से पटना के लिए नियमित उड़ान होते थे इसलिए इस एयरपोर्ट से घरेलू विमान सेवा की शुरुआत हो।
  2. श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज को एम्स के रूप में विकसित करने की योजना स्वर्गीय रघुवंश प्रसाद सिंह ने के प्रयास से काफी प्रगति में थी उसे आगे बढ़ाया जाए।
  3. प्रतिवर्ष मस्तिष्क ज्वर जैसीअज्ञात बीमारी से यहां सैकड़ों बच्चों की मृत्यु होती आ रही है लेकिन इस पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है इसलिए इसका बड़े अनुसंधान केंद्र स्थापित हो।
  4. सड़कों और नालों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाय।

9.प्रतिदिन के जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक की उत्तम व्यवस्था की जाए।

  1. कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारी जाए।
  2. विश्वविद्यालय के सत्र कई वर्ष विलंब से चल रहे हैं उन्हें नियमित किया जाए।
  3. लीची प्रसंस्करण उद्योग की स्थापना की जाए एवं यहां से लीची के निर्यात हेतु व्यवस्था की जाए।

 

  1. हसुआ विधानसभा क्षेत्र

में एक भी महिलाओं के लिए कॉलेज नही है।

नवादा जिले में एक भी डिग्री कॉलेज नही है जिसमे PG की पढ़ाई हो सके।

 

  1. कांटी विधानसभा क्षेत्र

मेरे विधानसभा छेत्र में सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण का है।

Berojgari aur shiksha, kanti Muzaffarpur

 

कांटी विधानसभा क्षेत्र के करजाडीह पंचायत के नहरों में पानी आना चाहिए।

 

 

.  Kanti vidhansabha

NTPC se hone wale chhati ke karan 5km ke andar aane wale gao ko benefits milne wala tha jo ab tak nhi mila.

Free education, water level down hote ja raha and quality of water degrade ho raha.

Local boys / girls ko free training ki suvidha mile KBUNL me

 

  1. गोविंदपुर (नवादा) विधानसभा

के कौआकोल ब्लॉक के बिशनपुर गांव में गली-नाली नहीं बना है अभीतक, बिजली की हालत बहुत खराब है, कभी कभी बिजली आती है जिस से किसान भाई बहुत परेशान रहते है। गांव में बना एक उप-स्वास्थ्य केंद्र कई दशकों से बंद पड़ा हुआ है एवं इसका भवन अब खंडहर में तब्दील हो गया है। कृपया इसपर भी ध्यान दिया जाए। धन्यवाद

 

  1. मेरा विधान सभा क्षेत्र रीगा ( सीतामढ़ी) है।

रीगा में हाई स्कूल और कालेज को छोड़ कर बाकी सारी सुविधाएं उपलब्ध है मसलन रेलवे स्टेशन, पोस्ट आफिस, 5-6 नेशनलाईज बैंक, सुगर मिल, ब्लोक आफिस, डिस्टलरी फैक्ट्री, पोलिस स्टेशन, सिनेमा हाल , गिट्टी का रैक 3-3 पेट्रोल पंप और बहुत कुछ परन्तु शिक्षा के प्रति हमारे पूर्व और वर्तमान विधायक का नजरिया ये बताने के लिए काफी है कि बच्चों को मूलभूत शिक्षा लेने के लिए सीतामढ़ी जाना पड़ता है। इसका सीधा असर गरीब तबके के विघार्थियोंं और खासकर लड़कियों के शिक्षा पर पड़ता है।

वैसे आपको आश्चर्य नहीं होगा इस दुर्दशा जानकर कि अब तक के सारे विधायक पिछले 20 सालों में मैट्रिक पास नहीं थे और वर्तमान विधायक सातवीं कक्षा पास। तो ये तो होना ही है।

 

  1. जहानाबाद

में Under पास कितने नेता आये गए स्थिति वैसी की वैसी

 

  1. विधानसभा क्षेत्र इमामगंज ,227 जिला गया बिहार

सबसे बड़ा समस्या रेल यातायात का आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी रेल यातायत से वंचित

 

18 26-सुरसणड (सीतामढ़ी)

यहां की मुख्य समस्या बाढ और सडक है।

 

19.122 सोनपुर बिधानसभा

– चुकी पटना से सोनपुर की दुरी मात्र 12 किमी हैं और छपरा भोजपुरी और भिखारी ठाकुर का जन्मभूमि रहा हैं इसलिए सरकार भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री सोनपुर में खोले इससे सोनपुर में रोजगार का सृजन होगा.

– सोनपुर छेत्र में टोप्पो लैंड का जल्द से जल्द सर्वे.

– सोनपुर मेला को राष्ट्र धरोहर घोषित किया जाए और इसका विकास, प्रचार प्रसार केंद्र सरकार के अंतर्गत किया जाए.

– सोनपुर पटना के बीच रैपिड ट्रेन

– सोनपुर पटना के बीच नगर बस सेवा

– मेहुरा नहर जो गंडक को भैंसालोटन नेपाल से जोड़ती हैं उसका सर्वेक्षण और जीर्णोद्धार.

– सोनपुर छेत्र में आने वाले सभी सरकारी प्राइमरी, मिडिल और हाईस्कूल के संचालन के लिये लोकल गवर्निंग बॉडी का निर्माण जिसका काम होगा एक्स्ट्रा फंड एकत्रित करना, विद्यालय को सुचारु रूप से चलाना, विद्यार्थी और शिक्षक की हाजरी मॉनिटर करना, हर विद्यालय में एक मॉडर्न डिजिटल क्लास का निर्माण करना और पढ़े लिखें युवाओं और प्रबुद्ध लोगो से बच्चों का संवाद स्थापित करवाना, बच्चों का कॉउंसलिंग करना और उनकी रुचि के हिसाब से उनको विशेष क्लास और कार्यशाला करवाना. विद्यालय में खेल कूद तो प्रोत्साहन देना.

– विधानसभा के सभी सरकारी अस्पतालों में निगरानी समिति का गठन करना जी अस्पतालों के सरकारी फंड, दवा और डॉक्टर्स की अटेंडेंस आदि की मॉनिटरिंग कर सके.

– सोनपुर दिघवारा के बीच गंडक और गंगा नदी पर ड्राइववे का निर्माण.

– आज़ादी के 74 साल बाद भी  सोनपुर विधानसभा का उत्तराखंड छेत्र आज भी रेलवे से कटा हुआ हैं इनको मढ़ौरा, सोनपुर, छपरा और मुजफ्फरपुर से जोड़ा जाए.

– सोनपुर को औद्योगिक छेत्र का दर्जा और लघु उद्योगों को प्रोत्साहन

– हाजीपुर छपरा फोरलेन हाईवे पर सोनपुर से परमानंदपुर तक फ्लाईओवर का निर्माण जिससे लोकल बाजार अतिक्रमण से बच सके और सड़क हादसा से भी बचाओ को सके.

 

  1. बेगूसराय विधानसभा,

प्रंखड-बीरपुर

गांव-नौला

सादर प्रणाम।

हमारे गांव की समस्या निम्नलिखित है।

1.हर सार्वजनिक संपत्ति का सुरक्षा घेराबंदी नहीं है।

  1. विधालयो मे शिक्षक पूर्ण नहीं है।

3.हमारे गांव नौला पुल से दहिया एवं अंंबा गांव भाया चौर के रास्ते का निर्माण महत्वपूर्ण है। जिससे समय,दुरी  एवं पैसे की बचत बरौनी, सिमरिया,मोकामा,तेघड़ा  से कम होगा।

4.उर्वरक, बीज का कीमत मे कालाबाजारी

5.पुलिस का भेदभाव आम जनता से काफी अलग

6.गंदगी (नालो,पोखर, बैती नदी).

7.कृषि उत्पाद का सही कीमत नही मिलना।

 

  1. चिरैयाँ विधानसभा (E.Champaran)

१.कोई भी सरकारी प्रतिष्ठा कॉलेज नही २. बाढ़ की वजह से हमेसा की परेशानी

३. विधायक जी का पंच वर्सिया भ्रमण, अर्थात हर ५ वर्ष में गांव में आना

४. एक भी अच्छी अस्पताल नहीं

वर्तमान विधायक बी जे पी से थे श्री लालबबू प्रसाद जी ।

आगे जनता के लिए,, अवनीश कुमार सिंह, लड्डू सिंह।।।।

 

  1. मेरा गाव दभरभंगा जिला के रतनपुर है मेरा गाव का एक रोड आज २० साल से नही बना है सभी विधायक संसद को कहया गया किसी ने नही सुना क्या करे

 

  1. मै कुर्था विघान सभा क्षेत्र

से हूं मेरा गांव एकरौंजा, पंचायत खडासीन, अंचल वंशी सूर्यपुर,थाना वंशी है।

इस पंचायत में तीन गांव मुख्य रूप से है खडासीन, पहरपुरा,एवं एकरौंजा, एवं तुर्कतेलपा का भी बाघ सम्मलित है,यहां सिचाई का अभाव है, जबकि देवकुंड से पानी का सोत है,उसे पहरपुरा में सुलीस गेट का निर्माण से पानी सभी खेतों में पहुंच जाएगा लेकिन इस छोटा सा काम को न तो आज तक कोइ सासंद कर पाए और नही कोइ विघायक।

 

 

 

  1. Matihani bidhansabha

begusarai m ramdiri gaw k Panchayat no.3 k government hospital m na to patients h aur doctor yha gaya kutta ghora ghumta h,ise public health k liye workfull krwaye

 

 

 

  1. Nawada me roh to siur tk road Nahi h Bhai Jo 3 bhumihar k gawa ki jorne Wali road h lambai 13 km hai

Nawada vidhansabha 237 is vidhansabha ke antargat nardiganj block jo bhumihaar bahul ilaka hai yanha womens college nahi hai . Badhiya hospital nahi hai

 

नवादा लोकसभा मे 6 विधान सभा है जो की 100% भूमिहार डोमिनेंट है फिर भी सिचाई की विकट समस्या है जिसके चलते पलायन हो रहा है, सांसद निकामा, विधायक निकम्मा.. जनता… महा बेबकुफ़

 

 

 

 

 

 

26  बरूराज विधानसभा

किसान के हित में जो मोतीपुर चीनी मिल चालू करेगा उसी को बरूराज विधानसभा से भोट मिलेगा बरूराज विधानसभा का सबसे बड़ा समस्या मोतीपुर चीनी मिल चालू कराना है

 

27 वैशाली विधानसभा क्षेत्र में एक भी महाविद्यालय नहीं है, यह बहुत बड़ी समस्या है

 

28 Surajgarha bidhansabha

me pichhle 5 saal me NAL JAL yojna ko chhor ke ek patta idhar se udhar nahi hua aur civil office jitne bhi hain ghuskhoron ka adda ban gaya hai. Bhumihar karmchhari sabse gaya gujra hai. सर्यगढ़ा विधानसभा के 80 फ़ीसदी। क्षेत्रों में सिंचाई की कोई सुविधा नहीं हे,जबकि दो तरफ गंगा और नदी से घिरा हुआ है।

 

  1. परसा विधानसभा

मैं सारण जिले के बहुचर्चित परसा विधानसभा क्षेत्र के विश्वंभरपुर पंचायत (डेरनी) का रहने वाला हूं हमारे क्षेत्र में मूलभूत जरूरत स्वास्थ्य केंद्र की है डेरनी में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जहां एक जमाने में सभी सुविधाएं थी पिछले दो दशक से उसकी स्थिति बदतर हो गई है स्वास्थ्य केंद्र अब खंडहर में तब्दील है शायद महीने में एक-दो दिन कोई डॉक्टर दो-तीन घंटे के लिए आते हैं, लगभग हर चुनाव में इस स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में ही 2-4 चुनावी सभाएं होती हैं इसे पुनः दुरुस्त करने की भी बात कही जाती है लेकिन सब चुनावी आश्वासन साबित हुए। आस-पास के गांव में समाज की अच्छी आबादी है और विधानसभा क्षेत्र में समाज के वोटरों की संख्या लगभग 21 से 22 हजार है।

 

  1. ओबरा विधान् सभा निर्वाचन क्षेत्र

की सबसे बड़ी समश्या बेल पौथु रोड जो आजतक सही नहीं हो पाई ! कम से कम आधी से ज्यादा आबादी इस छेत्र से आती है लेकिन आज भी बरसात में कोई साधन नहीं मिल पाती है और कोई भी नेता इस पर ध्यान नहीं दिया! रनविजय बाबु गोह विधान सभा से आते हैं उन्होंने अपने छेत्र के नदी में पुल और रोड का काम भी कराया है जो कोई सोंच भी नहीं सकता है वहाँ भी आज पुल और रोड है! लेकिन ओबरा से वीरेंद्र जीता सो गया उसके पहले भी उसी के चट्टेबट्टे थे यानी वीरेंद्र बाबु कभी बीजेपी से जीते थे उसके बाद जो भी हुआ सिर्फ खाना पूर्ति किया और चमचों को आगे किया जनता से किसी को भी कोई सरोकार नहीं रहा! ओबरा को औधोगिक छेत्र बनाना चाहिए  ! अगर किसी त्यागी नेता की नज़र खुलेगी तब ही संभव हो पाएेगी जिससे गरीब अमीर सब को रोज़गार संभव होगी ! बेल पौथु रोड बहुत ही जरूरी है

 

एक और अपनी छेत्र की समश्या जो ओबरा से फेसर स्टेशन तक की  रोड के लिए  कभी निखिल बाबू ने खाका खींचा था! ओबरा सुर्खी मायापुर, अदमा, करसावां, होते हुए रूपखाप को जोड़ते फेसर तक रोड की जो आजतक नहीं हो पाई भाग्य कहें या दुर्भाग्य  ! मैने ही उनकी ओपिनियन किया श्यामा जी की जगह उन्हें चुनाव में लाया गया जीतकर भी आये ! लेकिन संभव न हो सका जिससे करीब 10 गाँव को भला होगा और आनेजाने की सुविधा समय का चक्र आज तक वैसे ही है नदी हार साल अपनी तटबंध को काटते जा रही है! लेकिन सुध लेने वाले कोई नहीं  !

 

 

 

  1. 131 Kalyanpur (SC)

1.Road Bahut hi kharab hai..

2.Ek Polytechnic College ki demand bahut dino se hai logo ki..

3.Kalyanpur k flood problem ka solution hona chahiye.

4.N.H 28 ko Tajpur se via Darbhanga four lane me jorne ka kaam hona chahiye..

5.Pusa Bazar k road aur sadak ko bahut accha karna chahiye…

 

 

 

  1. बक्सर बिधान सभा

गंगा कटाव से रक्षा के लिए बांध और पक्की सड़कों का निर्माण के साथ साथ हर गांव और कस्बों के सामने पक्का छलकों का निर्माण जरूरी है

 

 

  1. 231 टेकारी विधानसभा क्षेत्र

 

टेकारी मुख्य बाजार में सड़क अतिक्रमण से भयंकर जाम की समस्या

पुरानी बस स्टैंड टेकारी में मस्जिद के अतिक्रमण से विवेकानंद कॉलोनी की मुख्य रास्ता बंद

मउ बाजार में सड़क अतिक्रमण व सड़क पर नाली बहने से भयानक जाम के साथ नरक जैसी स्थिति

कोंच टेकारी रोड पर कोच बाजार में अतिक्रमण व जाम की समस्या

अदाई बाली तुतुरखी रोड की दयनीय स्थिति

संडा बोहिया रोड जर्जर

पंचानपुर से कुसाप अभी तक सड़क मार्ग नही

 

अन्य बहुत सारी समस्या

 

  1. संदेश विधानसभा

संदेश विधानसभा की समस्या बालू माफिया और बालू वाले ट्रैक से सड़क जाम

  1. अवैध बालू धुलाई के चलते जिला मुख्यालय से नजदीक होने पर भी जाम की समस्या
  2. नहर के अंतिम छोर पर होने के कारण समय से पानी नहीं पहुंचने की समस्या

 

 

  1. लौरिया विधानसभा क्षेत्र

Girls callage nahi hai  2 Harr Sall badd Aya hai 3 chini mill me dandali bahut hota hai

 

 

  1. Kumhrar (Patna)- Water logging aur gandagi. Nagar Nigam ka presence na ke barabar hai. Jis din ikchha hui kachara gaadi aati hai, jab ikchha hoti hai nahi aati hai. Bahut sari aisi lanes, Colony hai jeha kooda gaadi nahi jaati hai, community dustbin bhi nahi hai. Majburan Colony ke bahut log kooda sadak pe dalate hai. Bhoothnath Road jaisi prime Road par street lights naa ke barabar hai Om Prakash

 

३७। taररी और agion के बीच

गड़हनी से बागर होते हुए नोनाडीह सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। अनेक बार मंत्री एवं विधायकों का ध्यान दिलाया गया। परंतु कोई लाभ नहीं। अभी इसी रोड पर स्थित बागर गांव के बनास नदी के पुल से लेकर मिल्की टोला तक चलने के लायक नहीं है।कम से कम दस ऐसे गढ़े हो गये कि भगवान भरोसे गाडियां पार कर रही है। मैंने अपने गांव बागर के मुखिया संजय राय को भी बताया था कि बागर पंचायत की शिकायत हो रही है।

 

३८। मैत्री

मैत्री विधानसभा के 70 ग्राम पंचायत से हूं यहां सारी समस्याएं बहुत ज्यादा है यहां जातिवाद हद से ज्यादा है वीडियो जो है बहुत ज्यादा परेशान करता है लोगों को

 

३९। गोईरैया कोठी

111goreakothi me bhumihar ka jaladhara ek gaw hai waha ke baRe me netao ki udasinata ke karan pubLic pareshan haI.

 

४०। छपरा

छपरा बिधानसभा क्षेत्र

समस्या – जलजमाव शहरी से ग्रामीण क्षेत्र तक l

ग्रामीन क्षेत्र में भी शहरी क्षेत्र के हिसाब से बिजली बिल आता है, कोई सुनने वाला नहीं l

बेरोजगारी के कारण चोरी और छीनतई चरम सीमा पर है l

शहरों में गंदगी का अंबार है l

नाला नहीं होने के कारण नगर निगम तक थोरी सी बारीश होने पर भी डूब जाता है l

 

छपरा बिधानसभा क्षेत्र

समस्या – जलजमाव शहरी से ग्रामीण   क्षेत्र तक l

ग्रामीन क्षेत्र में भी शहरी क्षेत्र के हिसाब से बिजली बिल आता है, कोई सुनने वाला नहीं l

बेरोजगारी के कारण चोरी और छीनतई चरम सीमा पर है l

शहरों में गंदगी का अंबार है l

नाला नहीं होने के कारण नगर निगम तक थोरी सी बारीश होने पर भी डूब जाता है l

जबकि  C. N. Gupta को वोट इसी

मुद्दे पर दिया गया था कि जल जमाव से निजात दिलवाएंगे l लेकिन समस्या और बढ़ गयी और विधायक जी कभी दिखायी नहीं दिये l

 

 

४१ गायघाट 

Gayghat

1 lack of roads

2.no hospital

  1. No any college for education after 10th

 

४२ औराई

भाई साहब मैं मुजफ्फरपुर के औराई विधानसभा से हु (पहले गायघाट मे था लेकिन कुछ साल पहले गाँव को औराई मे कर दिया गया )और यहाँ समसयाओ की कमी नहीं है

  1. करप्शन= वो भी आंख मुंड कर.. बिना पैसे दिए आपका एक काम ना होगा.. यहां तक की किसान इनपुट या कोई भी काम हो सबमे पैसे देने होते है
  2. एजुकेशन :- कोई भी स्कूल कॉलेज की हालत यहाँ सही नहीं है. मैं अपने गाँव की बात बता रहा हमारे गाँव मे स्कूल बिल्डिंग बने 20 साल से ऊपर हो गए ना उसमे प्लास्टर हुआ है ना गेट लगा है. और अब तो लोग धीरे धीरे जो भी बिल्डिंग था उसका भी ईंट लेकर लोग भागने लगे है.. वह बिल्डिंग गाँव के पशुओ का अड्डा बना हुआ है. और ना टीचर का पता होता है और ना बच्चों का.
  3. यहाँ के लोगो की सोच = [|]यहाँ के लोग इस सोच मे रहते है की अपना क्या जा रहा जो हो रहा है होने दो.. सबको फ़िक्र नहीं है जो पूरी दुनिया का टेंशन तुम लेगा.

[||] दूसरा यहाँ के लोगो को लगता है की मतलब अगर हम अगर बाहर से पढ़ लिख कर यहाँ कुछ करना चाहते है अपने लिए भी और अपने समाज के लिए bhi.. तो हमसे बड़ा मुर्ख इस दुनिया मे नहीं है. इसका सीधा जवाब ये मिलता है की जब यही रहना था तो इतना पढ़ा लिखा कहे और जब यही करना था तो वो वाला पढ़ाई कहे किया.

  1. गरीबी :- आज भी बहुत सारे लोग रोड पे सोने पे मजबूर है… और प्रधान मंत्री का जो वो खुले मे शौच मुक्त भारत का अगर सबसे ज्यादा bura हाल देखन है तो एक बार औराई विधानसभा आकर देखिये… जैसे लोग रोड पे 20 साल पहले बैठ ते थे वो आज भी वही चल रहा है.
  2. थाना और बैंक :- इस एरिया मे पुलिस स्टेशन की भी कमी है और बैंक ब्रांच की भी बहुत कमी है हमें 10 किलोमीटर जाना होता है बैंक के लिए और पुलिस स्टेशन के लिए.. और वहा जाने के बाद बैंक मे इतनी लम्बी लाइन होती है की आपको पैसे निकलने है तो या कोई काम है तो सुबह के 5-6 बजे से चप्पल लगा कर नम्बर लगता है… और पुलिस स्टेशन मे अगर कोई काम है तो बड़े पेट वाले मामा लोग सीधा रिपोर्ट लिखने के लिए भी खुल्ला पैसे का डिमांड करते है. और रिपोर्ट लिख भी लिया तो जाँच के लिए अलग से पैसे और जिसने ज्यादा पैसे दिए.. मैटर उसके फेवर मे हो जाता है.

समस्याओ की कमी नहीं है और कितना लिखू भाई साहब सोशल मीडिया पे. जमीनी स्तर पे काम होंगी तो जरूर साथ दूंगा जीतन हो सके.

 

43  बैकुण्ठपुर:

यहाँ विधायक के भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई बोल नहीं पा रहा। सड़क निम्नतम स्तर पर है। शासन व्यवस्था बिल्कुल खस्ताहाल है। दारोगा विधायक के दबाव में फर्जी केस में आम जनता को फँसा देता है। हर तरफ अवैध वसूली खुलेआम है।

 

  1. 173 राजगीर विधानसभा क्षेत्र

विधायक _रवि ज्योति

इस विधानसभा क्षेत्र में मैं पावाडिह के चंडी मौ ग्राम का निवासी हूं।

इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या शिक्षा, स्वास्थ्य,और रोजगार की है।

शिक्षा के नाम पर +2 तक का स्कूल बनवा दिया गया है पर पढ़ाई नर्सरी की भी नहीं।

स्वास्थ्य के नाम पर primary हॉस्पिटल भी मेरे पंचायत से 11 km दूर है। 20 km पर सदर अस्पताल है।

Primary हॉस्पिटल में कभी दवाई तो कभी डॉक्टर की प्रॉब्लम जरूर रहती है।

रोजगार की बात की जाए तो अपने समाज के लोग out ऑफ state में ही कमाते हैं।

राजगीर टूरिज्म सेक्टर है परन्तु यहां के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता है।

युवा की बात क्या चाचा टाइप के आदमी सब भी दिन भर राजनीति या अनर्गल बातों पर दिन निकाल लेते हैं।

सरकारी चापकल या सरकारी सबमर्सिबल भी लोग विधायक का नाम पर सब अपना घर में करवा लिए हैं।( अपने ही समाज के लोग,परन्तु यह गलत है।)

गावों में पीसीसी ढलाई किया गया फिर तोड़कर पानी की पाइप बिछाई जा रही है।

नाली की समस्या भी है।

बाकी खेती के लिए बिजली की , नहर की ये सब व्यवस्था ठीक है।

 

  1. गायघाट विधानसभा

1 lack of roads

2.no hospital

  1. No any college for education after 10th

 

46 ब्रहमपुर विधानसभा

ब्रहमपुर विधानसभा के वर्तमान विधायक राजद के सम्भू यादव हैं।

अब स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है कि कैसी होगी।

आज भी बहुत गाँव ऐसे हैं जहां से रोगी को खाट पर लाद के पानी लाँघकर पैदल कई किलोमीटर पैदल चलके अस्पताल पहुंचा जाता है।

 

  1. शिवहर विधानसभा एक ऐसा क्षेत्र है जहां एक भी डीग्री कालेज नहीं है। जिलावार जो यांत्रिकी महाविद्यालय, चिकित्सा महाविद्यालय या कौशल विकास विद्यालय का नामोनिशान नहीं है। यहां का विधायक कभी क्षेत्र में जाता भी नहीं है।

बागमती नदी में अदौरी खोरीपाकड के बिच पुल बनाने हेतु कभी विधानसभा में कभी प्रश्न भी नहीं पूछा।।

 

  1. चकाई विधानसभा
  2. यहां के अधिकांश भूमिहार खेती पर निर्भर है लेकिन पानी की समस्या है कोई नहर-पोखर ठीक ढंग का नहीं है गांवों में
  3. इसके साथ समाज के युवा लड़कों को रोजगार और लड़कियों को शिक्षा और शादी में परेशानी मुख्यत: पैसे का अभाव
  4. स्वास्थ्य सुविधाएं यहां बेहतर नहीं पटना जाना होता है
  5. बात ठिकेदारी की करें तो एकाध ठिकेदार है बाकी गांवों में चौपाल पर बैठकर ताश खेलने को विवश ..

अगर भूमंत्र से संभव हो तो MSME सेक्टर या अन्य बेहतरीन विकल्पों से समाज के किसानों और यूवाओं की मदद करें ताकि सोर्स आफ इनकम बढ़े नहीं तो सब हाथी के दांत जैसा दिखावटी है अंदर खोखला

  1. केस में फंसा देना शोषण करना या हत्या होने पर उतना ही आवाज उठता है जितना जिस मुर्गे को हलाल किया जाता है तो वो चिल्लाता है बाकी चुप रहते हैं या कमजोर करते हैं

और बहुत बातें हैं लेकिन इतना ही हो जाए तो काफी होगा

वैसे अन्य कोई भाई चकाई विधानसभा से हो और समाज की समस्याओं को बेहतर ढ़ंग से बताएं तो खुशी होगी क्योंकि तब निवारण भी भूमंत्र प्रभावी ढंग से करवा पाएंगे

 

 

  1. नबी नगर विधानसभा

221Nabinagar bidhansabha Nabinagar block ke Mahuwaon panchayat ka mukhiya Mahabhrast hai.Manrega me 8-8 yeakad jamin ke malik tractor JCB pakka makan 2 carode ke saalana turn over ke byapari ko manrega majdoor banaya hai.Income tax return file karne wale ko bhi manrega majdoor bana kar sarkari paise ka loot pat kiya hai.Nabinagar ke bidhayak ko bhi saara jankari hai.

 

 

  1. गोह विधानसभा

 

गोह विधानसभा अंतर्गत लट्टा पंचायत में एक भी सरकारी हॉस्पिटल नहीं है जबकि यह पंचायत मुख्य शहर से 15 किलोमीटर की दुरी पर बसा है।

यहाँ आने के लिये सड़क भी सही नहीं है।

 

 

  1. रामगढ विधान सभा

रामगढ विधान सभा के अन्तर्गत गोरिया नदी पर सन् 1962 का बना पक्का बाँध, जो आज जर्जर हो गया है उस पर कोई नेता का ध्यान नही जाता है, जबकि करीब पाँच हजार एकड भूमि की सिंचाई उस बाँध से होता था ।लालू राबडी के सरकार मे इसी क्षेत्र के विधायक सिंचाई मंत्री हुआ करते थे

 

3 COMMENTS

  1. हिलसा, नालन्दा विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत कपसियावां गांव में भूमिहार ब्राह्मण समाज की आबादी अधिक है। इस गांव में अन्य समाज के लोगों भी रहते हैं।यह गांव अभी हिलसा शहर से पक्की सड़क से जुड़ी हुआ नहीं है। जो अत्यंत खेदजनक है।

  2. एक बार वोट देकर अपनी सारी शक्ति ५ वर्षों के लिए समाप्त कर लेते हैं। यदि नेता चुनने में गलती हो गयी ऐसा बाद में मालूम पड़े फिर पछतावे के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प नहीं होता है नागरिक के पास।
    फिर अगले चुनाव में फिर कोई नई मूर्खता करेंगे और ऐसे ही पीढ़ियां बदलती जायेंगीं और लोग मुर्ख है बने रहेंगे। और झांसे का व्यापार करने वाले अपना व्यापार चमकाते रहेंगें।

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