पलायन से कमजोर पड़ती भूमिहारों की सामाजिक-राजनैतिक पकड़
पलायन कर हमारा आर्थिक विकास तो हुआ लेकिन समाजिक विकास में पीछे छुटते चले गये। नतीजा यह हुआ कि पंचायत प्रतिनिधित्व में भी पिछड़ते...
स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती कब मनायें?
- देवकुमार पुखराज, हैदराबाद
पहली बार देख रहा हूं कि स्वामी सहजानंद सरस्वती(Swami Sahajanand Saraswati) की जयंती पर इस बार 22 फरवरी को कई कार्यक्रम...
कहाँ गए वो दिन और कहाँ गये वैसे पदाधिकारी: श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी )
-श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर-30)
कहाँ गए वो दिन?
वाकया 30 वर्ष पूर्व का है। लोक सभा के आम चुनाव हो रहे थे. एक...
बिहार विधान सभा में अगला पांच साल, उगता सूरज या डूबता सूरज या फिर...
-डॉक्टर मनीष कुमार(प्रसिद्ध नयूरो सर्जन)
2020 बिहार विधान सभा में दलगत स्थिति और अगला पांच साल - उगता सूरज? या डूबता सूरज? या घुप अंधेरी...
चुनाव में प्रश्न पत्र कठिन और मार्किंग स्कीम कड़े होने से जनता को लाभ:...
बिहार की जनता कठिन प्रश्न पत्र सेट करने के लिए बधाई की पात्र है। आगे भी राजनीतिज्ञों को परीक्षा के एक दिन पूर्व संध्या...
सरकार और सदन पर लगातार अपने विधायक के माध्यम से नज़र रखें: श्री अभयानंद
-श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर 30)
चुनाव का शोर थम गया, लेकिन ज़िन्दगी की दौड़, ख़ासकर गरीब और मजदूर वर्ग के लिए, न...
आम आदमी का सम्बन्ध उसके द्वारा चुने गए विधायक से होता है, सरकार से...
-श्री अभयानंद(पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर-30)
10 तारीख़ के बाद सरकार और समाज के बीच एक नये समन्वय की आकृति दिखेगी। हमारा प्रयास होना चाहिए...
किसी भी सरकार से कोई चमत्कार की उम्मीद न रखें, मायूसी होगी। समाज की...
-श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी एवं संस्थापक सुपर-30)
2020 बिहार का विधान सभा चुनाव अब संपन्न होने के करीब आ गया है। समाज और सरकार के...
आम चुनावों से सरकार बनती है भगवान नही: श्री अभयानंद (पूर्व डीजीपी)
समाज सरकार का निर्माण करती है परंतु उसे यह भूलना नही चाहिये कि सरकारें भगवान नही होती।
समाज की सोच में सबसे बड़ी गलती यह...
बिहार चुनाव- बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग का टूटता तिलिस्म, भूमिहारों की नाराजगी पड़ रही...
देवकुमार पुखराज, राजनैतिक विश्लेषक
बिहार में हुए पहले चरण के चुनाव मतदान के बाद जो रुझान सामने आ रहा है , उसके मुताबिक़ महागठबंधन का...